गर हो आग, तो जलने दो
चिंगारी को शोला बनने दो
मान लिया तुम हो बहुत जहीन
इस भरम को भी भीतर पनपने दो
छूटे न जुस्तजू वजूद तलाशने की
भटक रहे हो इस कवायद में तो भटकने दो
गम जो दूर न कर पाओ तो यूँ करो
पास में रखकर ही उन्हें , खुशियाँ पलने दो
कयामत की यहाँ फिक्र किसको है
जो हो रहा है, बस होने दो...........!
--- विनोद ..
04 September 2016
8;00 pm
चिंगारी को शोला बनने दो
मान लिया तुम हो बहुत जहीन
इस भरम को भी भीतर पनपने दो
छूटे न जुस्तजू वजूद तलाशने की
भटक रहे हो इस कवायद में तो भटकने दो
गम जो दूर न कर पाओ तो यूँ करो
पास में रखकर ही उन्हें , खुशियाँ पलने दो
कयामत की यहाँ फिक्र किसको है
जो हो रहा है, बस होने दो...........!
--- विनोद ..
04 September 2016
8;00 pm
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