Monday, 11 September 2017

पितृपक्ष

पितृपक्ष**

हर खुशखबर पर
हर दुःख की घडी के बाद
सोचते रहना कि
पिता..!
"तुम होते तो
कितना अच्छा होता"
या यूँ कि
"तुम होते तो
ऐसा थोड़ी होता भला "
तुम्हारे जाने से बाद की
सारी यादें ब्लर हो गयी
'पितृपक्ष' वर्ष में
कुछ रोज़ आता है
'पितापक्ष' का कोई दिन दिवस निश्चित नहीं
होना भी नहीं चाहिए
(असुरक्षाओं के अहाते से )

No comments:

Post a Comment